शुक्रवार, 24 नवंबर 2023

कौन विश्व को जीत सकता है

हे मनुष्य| यदि तु किसी एक कर्म द्वारा सारे संसार को अपने वश मे करना चाहता है तो दुसरो की निंदा करने वाली अपनी वाणी को वश मे कर ले अर्थात दूसरो कि निंदा करना छोड दे|

दूसरों की निंदा छोडने का अर्थ है अपनी आलोचना और दूसरो के गुणो का ग्रहण करना | ऐसा करने वाला सहज रूप से विश्व को जीत लेंगा|

बुधवार, 22 नवंबर 2023

यह शरीर बार-बार नहीं मिलता

 धन भी पुन: प्राप्त हो सकता है, मित्र भी मिल सकते है, पत्नी भी फिर से मिल सकती है | ये सब वस्तुएं मनुष्य को बार-बार प्राप्त हो सकती है, परंतू यह शरीर बार-बार प्राप्त नही हो सकता|

इसलिए मनुष्यों को यह आवश्यक है की, सदैव शरीर से अच्छे कर्म हि करे क्योकी मनुष्य का शरीर प्राप्त होना बहुत दुर्लभ है और इसे अच्छा बनाए रखने के लिये हर दिन व्यायाम, प्राणायाम और शुद्ध शाकाहारी भोजन अवश्य करे|

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मंगलवार, 21 नवंबर 2023

सुखी कौन रहता है

आने वाले कष्ट को दूर करने के लिये जो पहले से ही तैयार रहता है और जो विपत्ती आने पर उसे दूर करने का उपाय सोच लेता है,वे दोनो प्रकार के व्यक्ती अपने सुख कि व्रुद्धि करते है अर्थात सुखी रहते है तथा जो यह सोचता है कि जो भाग्य मे लिखा है वही होगा, ऐसा व्यक्ती शीघ्र हि नष्ट हो जाता है

 संकट आने से पूर्व जो व्यक्ती बचाव का उपाय कर लेता है और संकट आने पर तत्काल आत्मरक्षा का उपाय कर लेता है-ये दोनो सुख से जीवन बिताते है,परतू जो भाग्य के लिखे के अनुसार सोचता है कि देखा जायेगा, वह नष्ट हो जाता है| 

कौन जल्दी नष्ट होता है

 जो व्यक्ती बिना विचारे और बिना देखे शक्ती से अधिक खर्च करता है, निर्बल होने पर भी जो लडाई-झगडे मे जो रुची रखता हो,और सभी वर्णो कि स्त्रियो से जो संभोग के लिये उतावला रहता है,वह पुरुष शीघ्र हि नष्ट हो जाता है|

सोमवार, 20 नवंबर 2023

विद्यार्थी आगे कैसे बढे

 विद्यार्थी के लिये आवश्यक है की वह काम, क्रोध, लोभ, स्वादिष्ट पदार्थ कि इच्छा, शृंगार, खेल-तमाशे, अधिक सोना और चापलूसी करना इन 8 बातो का ध्यान रखने पर विद्यार्थी आगे बढ सकते है

और विद्यार्थी कि एक उचित दिनचर्या होनी चाहिये जो सुबह से लेकरं श्याम तक हो,और उसमे सबसे महत्वपूर्ण भाग सुबह शरीर के लिये व्यायाम और बुद्धी बढाने के लिये प्राणायाम अवश्य शामिल हो। 

रविवार, 19 नवंबर 2023

थोडा तेढा भी होना चाहिये

मनुष्यो को अत्यंत सरल और सीधा भी नही होना चाहिए|वन मे जाकर देखों,सीधे वृक्ष काट दिये जाते है और टेढे-मेढे गांठो वाले वृक्ष खडे रहते है|

मनुष्यो को अत्यंत सरल और सीधे स्वभाव का भी नही होना चाहिये इससे उसे सब लोग दुर्बल और मूर्ख मानने लगते है तथा हर समय कष्ट देने का प्रयत्न करते है|सीधा-सादा व्यक्ती प्रत्येक व्यक्ती के लिये सुगम होता है तथा टे़ढे व्यक्ती से सब बचने कि कोशिश करते है|ऐसे मे दुरुपयोग तो होगा ही|

अपनी बाते किसे न कहे

 एक बुद्धिमान व्यक्ती को चाहिये कि वह अपने धन के नष्ट होने को,मानसिक दुःख को,घर के दोषो को,किसी व्यक्ती द्वारा ठगे  जाने और अपना अपमान होने कि बात किसी पर भी प्रकट न करे, किसी को भी न बतायें|

प्रत्येक व्यक्ती को कभी न कभी धन कि हानी उठानी पडती है, उसके मन मे किसी प्रकार का दुःख या संताप भी हो सकता है| प्रत्येक घर मे कोई न् कोई बुराई भी होती है| कई बार उसे धोका देकर ठगा जाता है और किसे के द्वारा उसे अपमानित भी होना पड सकता है, परन्तु समझदार व्यक्ति को चाहिये कि वह इन सब बातो को मन मे छिपाकर रखे, इन्हें किसी दुसरे व्यक्ती पर प्रकट न करे| जानकर लोग हसी हि उड़ाते है| ऐसी स्थिती मे वह स्वयं उनका मुकाबला करे और सही अवसर की तलाश करता रहे|

शनिवार, 18 नवंबर 2023

अपने लक्ष को केन्द्रित करे

 बुद्धिमान व्यक्ती को अपनी इन्द्रियों को वश मे करके समय के अनुरूप अपनी क्षमता तो तौलकर बगुले के समान अपने कार्यो को सिद्ध करना चाहिये|

बगुला जब मछली को पकडने के लिये एक टांग पर खडा होता है तो उसे शिकार के अतिरिक्त अन्य किसी बात का ध्यान नही होता| इसी प्रकार बुद्धिमान व्यक्ती जब किसी कार्य कि सिद्धी के लिये प्रयत्न करे तो उसे अपनी इन्द्रियां वश मे रखनी चाहिये| मन को चंचल नही होने देना चाहिये तथा चित्त एक हि दिशा मे,एक हि कार्य कि पूर्ती मे लगा रहे,ऐसा प्रयत्न करना चाहिये|शिकार करते समय बगुला इस बात का पुरा अंदाजा लगा लेता है कि किया गया प्रयास निष्फल तो नही जायेगा|

सफलता कैसें पाए

कार्य छोटा हो या बडा व्यक्ती को शुरु से हि उसमें पुरी शक्ती लगा देनी चाहिये, यह शिक्षा हम सिंह से ले सकते है|

इसका भाव यह है कि व्यक्ती जो भी कार्य करे,चाहे वह छोटा हो अथवा बडा,उसे पुरी शक्ती लगाकर करना चाहिये,तभी उसमे सफलता प्राप्त होती है| सिंह पुरी शक्ती से शिकार पर झपटता है- वह बडा हो या छोटा | बडे को देखकर घबराता नही और छोटे कि उपेक्षा नही करता| सफलता पाने के लिये प्रयास पर विश्वास आवश्यक है.|

शुक्रवार, 17 नवंबर 2023

अपनी योजना/plan किसे बताए

मन से सोचे हुए कार्यो को वाणी द्वारा प्रकट नही करना चाहिये,परंतु मनपुर्वक भली प्रकार सोचते हुये उसकी रक्षा करनी चाहिये और चुप रहते हुए उस सोची हुई बात को कार्यरूप मे बदलना चाहिये |

आचार्य चाणक्य का कहना है कि, व्यक्ती को कभी किसी को अपने मन का भेद नही देना चाहिये | जो भी कार्य करना है,उसे अपने मन मे रखे और समय आने पर पुरा करे | कुछ लोग किये जाने वाले कार्य के बारे मे गाते रहते है | इस प्रकार उनकी बात का महत्व कम हो जाता है यदि किसी कारणवश वह व्यक्ती  पुरा न कर सके तो उसकी हसी होती है | इससे व्यक्ती का विश्वास भी कम होता है| फिर कुछ समय बाद ऐसा होता है की लोग उसकी बातो पर ध्यान नही देते| उसे बे सिर-पैर कि हाकने वाला समझ लिया जाता है| अतः बुद्धिमान को कहने से अधिक करने के प्रती प्रयत्नशील होना चाहिये|

गुरुवार, 16 नवंबर 2023

कैसे मित्र त्याग देना चाहिये

जो पीठ पीछे कार्य को बिघाडे सामने होने पर मिठी बाते बनाए ऐसे  मित्र को उस घडे के समान त्याग देना चाहिये जिसके मुह पर तो दूध भरा है और परन्तु अंदर विष भरा है |

जो मित्र सामने चिकनी चुपडी बाते बनाता हो और पीठ पीछे बुराई करके कार्य को बिघाड्ता है, ऐसे मित्र को त्याग  देने मे हि भलाई है | चाणक्य कहते है कि, वह उस बर्तन के समान है,जिसके उपर के हिस्से मे दुध भरा है, परंतू अंदर विष भरा हो | 

उपर से मोठे और अंदर से दुष्ट व्यक्ती को मित्र नही कहा जा सकता | यहा एक बात विशेष ध्यान देने कि है ऐसा मित्र आपके व्यक्तिगत और सामाजिक वातावरण को भी आपके प्रतिकुल बना देता है. |

बुधवार, 15 नवंबर 2023

मनुष्यो को संमोहित/वश मे करणे के तरिके

 लोभी को धन देकर,अभिमानी को हाथ जोडकर,मूर्ख को उसकी इच्छा के अनुसार कार्य करके और विद्वानो को सच्ची बात बताकर वश मे करने का प्रयत्न करना चाहिये.

लोभी व्यक्ती स्वार्थ मे इतना अन्धा होता है कि वह धन प्राप्ती के बिना संतुष्ट नही होता,उसे धन देकर वश मे किया जा सकता है.

जिस व्यक्ती को अभिमान है, अहन्कार है, उसे नम्रतापूर्वक व्यवहार करके वश मे किया जा सकता है, मूर्ख व्यक्ती सदैव हठी होता है,इसीलिये  उसकी इच्छा के अनुसार कार्य करके उसे  अपने अनुकूल बनाया जा सकता है.

और विद्वान् व्यक्ती को वशे मे करने का सबसे सही उपाय यही है कि उन्हे वास्तविकता से सत्य बताकर वश मे किया जा सकता है.

किस पर विश्वास नहीं करना चाहिए

  मर्यादातीतं न कदाचिदपि विश्वसेत् जो व्यक्ती सामाजिक नियमो अर्थात मर्यादाओ का उल्लंघन करते है उनका कभी भी विश्वास नही करना चाहिये।  प्रत्ये...