जो व्यक्ती बिना विचारे और बिना देखे शक्ती से अधिक खर्च करता है, निर्बल होने पर भी जो लडाई-झगडे मे जो रुची रखता हो,और सभी वर्णो कि स्त्रियो से जो संभोग के लिये उतावला रहता है,वह पुरुष शीघ्र हि नष्ट हो जाता है|
मर्यादातीतं न कदाचिदपि विश्वसेत् जो व्यक्ती सामाजिक नियमो अर्थात मर्यादाओ का उल्लंघन करते है उनका कभी भी विश्वास नही करना चाहिये। प्रत्ये...
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