गुरुवार, 16 नवंबर 2023

कैसे मित्र त्याग देना चाहिये

जो पीठ पीछे कार्य को बिघाडे सामने होने पर मिठी बाते बनाए ऐसे  मित्र को उस घडे के समान त्याग देना चाहिये जिसके मुह पर तो दूध भरा है और परन्तु अंदर विष भरा है |

जो मित्र सामने चिकनी चुपडी बाते बनाता हो और पीठ पीछे बुराई करके कार्य को बिघाड्ता है, ऐसे मित्र को त्याग  देने मे हि भलाई है | चाणक्य कहते है कि, वह उस बर्तन के समान है,जिसके उपर के हिस्से मे दुध भरा है, परंतू अंदर विष भरा हो | 

उपर से मोठे और अंदर से दुष्ट व्यक्ती को मित्र नही कहा जा सकता | यहा एक बात विशेष ध्यान देने कि है ऐसा मित्र आपके व्यक्तिगत और सामाजिक वातावरण को भी आपके प्रतिकुल बना देता है. |

बुधवार, 15 नवंबर 2023

मनुष्यो को संमोहित/वश मे करणे के तरिके

 लोभी को धन देकर,अभिमानी को हाथ जोडकर,मूर्ख को उसकी इच्छा के अनुसार कार्य करके और विद्वानो को सच्ची बात बताकर वश मे करने का प्रयत्न करना चाहिये.

लोभी व्यक्ती स्वार्थ मे इतना अन्धा होता है कि वह धन प्राप्ती के बिना संतुष्ट नही होता,उसे धन देकर वश मे किया जा सकता है.

जिस व्यक्ती को अभिमान है, अहन्कार है, उसे नम्रतापूर्वक व्यवहार करके वश मे किया जा सकता है, मूर्ख व्यक्ती सदैव हठी होता है,इसीलिये  उसकी इच्छा के अनुसार कार्य करके उसे  अपने अनुकूल बनाया जा सकता है.

और विद्वान् व्यक्ती को वशे मे करने का सबसे सही उपाय यही है कि उन्हे वास्तविकता से सत्य बताकर वश मे किया जा सकता है.

किस पर विश्वास नहीं करना चाहिए

  मर्यादातीतं न कदाचिदपि विश्वसेत् जो व्यक्ती सामाजिक नियमो अर्थात मर्यादाओ का उल्लंघन करते है उनका कभी भी विश्वास नही करना चाहिये।  प्रत्ये...